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हेती: हज़ारों ज़रूरतमन्दों के लिए सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था

हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में एक माँ अपनी बेटी के साथ हाथ धोने पर केन्द्रित प्रशिक्षण सत्र में हिस्सा ले रही है.
© UNICEF/Ralph Tedy Erol
हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में एक माँ अपनी बेटी के साथ हाथ धोने पर केन्द्रित प्रशिक्षण सत्र में हिस्सा ले रही है.

हेती: हज़ारों ज़रूरतमन्दों के लिए सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) और साझेदार संगठनों ने हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में आपराधिक गुटों की हिंसा के कारण विस्थापित हुए 30 हज़ार से अधिक लोगों को सुरक्षित पेयजल मुहैया कराया है.

पिछले कई वर्षों से हेती की राजधानी आपराधिक गुटों की हिंसा की चपेट में है. क़रीब दो महीने पहले आपराधिक गैंग ने समन्वित ढंग से हमले किए जिससे पोर्त-ओ-प्रिन्स का एक बड़ा इलाक़ा पंगु हो गया.

इसके बाद से ही, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने हेती में जल व साफ़-सफ़ाई के लिए राष्ट्रीय निदेशालय के साथ मिलकर, 20 स्थानों पर विस्थापित बच्चों व उनके परिवारों के लिए 26 लाख लीटर सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था की है.

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हाल के दिनों में हिंसा में आई तेज़ी से हालात और विकट हो गए हैं और सम्वेदनशील परिस्थितियों से जूझ रहे परिवारों व बच्चों के पास ज़रूरी समर्थन व सेवाएँ नहीं हैं.

इस वर्ष बारिश के मौसम में उनकी व्यथा बढ़ी है, और राजधानी के निचले इलाक़ों में बड़े पैमाने पर बाढ़ आई है और हैज़ा के मामलों में उभार देखा जा रहा है.

यूनीसेफ़ में जल, साफ़-सफ़ाई और स्वच्छता मामलों के प्रमुख रुबेन उम बायिहा ने कहा कि पेयजल गुणवत्ता का जल उपलब्ध ना हो पाने और साफ़-सफ़ाई व्यवस्था के अभाव में, विस्थापित बच्चे जल-जनित बीमारियों का सामना कर रहे हैं.

यूनीसेफ़ अधिकारी ने बताया कि ऐसे असुरक्षित माहौल में काम करना, एक युद्धक्षेत्र में हर दिन बिताने जैसा है.

विस्थापित परिवारों के लिए समर्थन

इन चुनौतियों के बावजूद, यूनीसेफ़ और उसके साझेदार संगठन बच्चों व उनके परिवारों की रक्षा करने के लिए अपने प्रयासों का दायरा व स्तर बढ़ा रहे हैं. इस क्रम में उन्हें जीवनरक्षक समर्थन मुहैया कराया जा रहा है.

हेती में यूनीसेफ़ द्वारा विस्थापितों के लिए बनाए गए केन्द्रों पर सुरक्षित पेयजल, साफ़-सफ़ाई और स्वच्छता सेवाओं की व्यवस्था की गई है.

इनमें ट्रकों के ज़रिये पानी पहुँचाना, पाइप से आने वाले जल का शोधन, जल आपूर्ति व्यवस्था की मरम्मत, अस्थाई शौचालयों का निर्माण और स्वच्छता सामग्री का प्रबन्ध समेत अन्य सेवाएँ हैं.

यूनीसेफ़ के अनुसार, इन प्रयासों के परिणामस्वरूप मार्च महीने में प्रगति दर्ज की गई है. 26 लाख लीटर क्लोरीन-युक्त पानी विस्थापित परिवारों व बच्चों में वितरित किया गया है.

हालात बिगड़ने की आशंका

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने हालात में बदलाव के अनुरूप ज़रूरतमन्दों तक सहायता पहुँचाने का संकल्प दोहराया है, विशेष रूप से आगामी दिनों में चक्रवाती तूफ़ानों की आशंका की वजह से.

यूनीसेफ़ अधिकारी रुबेन उम बायिहा ने आगाह किया कि यदि राहत प्रयासों का स्तर नहीं बढ़ाया गया तो यह संकट बद से बदतर रूप धारण कर सकता है.

फ़िलहाल, यूनीसेफ़ का लक्ष्य हेती में इस वर्ष 8.84 लाख लोगों तक गुणवत्तापूर्ण जल पहुँचाना है ताकि उनकी पेयजल व घरेलू आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके. 

साथ ही, साफ़-सफ़ाई व्यवस्था और स्वच्छता बरतने के लिए यह ज़रूरी है.