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सीरिया: राजनैतिक गतिरोध और हिंसा से मानवीय संकट को मिल रही हवा

सीरिया में 13 वर्षों के गृहयुद्ध में भीषण तबाही हुई है.
© UNOCHA
सीरिया में 13 वर्षों के गृहयुद्ध में भीषण तबाही हुई है.

सीरिया: राजनैतिक गतिरोध और हिंसा से मानवीय संकट को मिल रही हवा

शान्ति और सुरक्षा

सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पैडरसन ने कहा है कि देश में पिछले 13 वर्ष से जारी हिंसक टकराव और मौजूदा राजनैतिक गतिरोध से लाखों नागरिक गहरी पीड़ा से गुज़र रहे हैं और शान्ति की दिशा में प्रयासों में बाधा पेश आ रही है. 

उन्होंने सुरक्षा परिषद में गुरूवार को सदस्य देशों को सम्बोधित करते हुए बताया कि हाल के दिनों में हिंसक घटनाओं में उछाल दर्ज किया गया है. हवाई व रॉकेट हमले हुए हैं, हथियारबन्द गुटों के बीच झड़पें हुई हैं, जिनके मद्देनज़र एक राजनैतिक समाधान की अहमियत को फिर से रेखांकित किया गया है. 

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इस बीच, सीरिया के कुछ क्षेत्रों में आम जनता के कष्टों का निवारण ना होने की वजह से विरोध प्रदर्शन जारी हैं. सीरिया में छह देशों की सेनाएँ मौजूद हैं, जिससे देश के और बिखरने व अस्थिरता की आशंका बढ़ रही है.

यूएन विशेष दूत ने कहा कि इन विविध चुनौतियों पर पार पाने के लिए कोई सैन्य रास्ता नहीं है. केवल एक व्यापक, राजनैतिक समाधान के ज़रिये ही इससे निपटा जा सकता है.

गेयर पैडरसन ने सीरिया में सरकारी अधिकारियों, रूसी, ईरानी, तुर्की, चीनी, अरबी, अमेरिकी और योरोपीय समकक्षों के साथ विचार-विमर्श किया है.

उन्होंने कहा कि उनका सन्देश स्पष्ट है कि अवरुद्ध, निष्क्रिय राजनैतिक मार्ग को फिर से खोला जाना होगा.

मानवीय संकट

विशेष दूत ने सचेत किया कि मौजूदा राजनैतिक गतिरोध का असर, वार्ता की मेज़ से कहीं दूर तक महसूस किया जा रहा है, और देश में पहले से जारी मानवीय संकट और गहन रूप धारण कर रहा है.

सीरिया में फ़िलहाल 1.67 करोड़ लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है, जिनमें 70 लाख लोग अपने घरों से विस्थापित हैं. देश की क़रीब आधी से अधिक आबादी को भोजन सहायता की दरकार है.

यूएन आपात राहत मामलों की प्रमुख जॉयस म्सूया ने कहा कि सीरिया संकट की पूरी अवधि के दौरान, मानवीय सहायता ज़रूरतमन्दों की संख्या अपने उच्चतम स्तर पर है, जबकि मानवतावादी अपील के लिए रक़म अपने निम्नतम स्तर पर पहुँच गई है. 

उन्होंने क्षोभ प्रकट किया कि संसाधनों का अभाव बेहद दुखद है, और विश्व खाद्य कार्यक्रम समेत अन्य यूएन एजेंसियों को अपने आपात भोजन सहायता कार्यक्रम में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

सहायता के हरसम्भव प्रयास

यूएन की वरिष्ठ अधिकारी जॉयस म्सूया ने कहा कि यूएन मानवीय सहायताकर्मी, ज़रूरतमन्दों तक राहत पहुँचाने के लिए कोशिशों में जुटे हैं.

इस क्रम में, उन्होंने केन्द्रीय आपात प्रतिक्रिया कोष (CERF) के ज़रिये दो करोड़ डॉलर की सहायता धनराशि आवंटित किए जाने का उल्लेख किया, मगर ध्यान दिलाया कि इससे कहीं बड़े स्तर पर मदद की आवश्यकता है.

यूएन अधिकारी ने महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के उस वक्तव्य का ज़िक्र किया, जिसमें उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून का सम्मान किए जाने और आम नागरिकों की सुरक्षा पर बल दिया है.

जॉयस म्सूया ने ज़ोर देकर कहा कि महत्वपूर्ण सहायता कार्यक्रमों को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए सहायता धनराशि की आवश्यकता है, और ज़रूरतमन्दों तक सतत, निर्बाध ढंग से मदद पहुँचाने के लिए रास्ता खुला रखना ज़रूरी है.

इस क्रम में, उन्होंने राजनैतिक समाधान के लिए नए सिरे से संकल्प लेने का आहवान किया, ताकि हिंसक टकराव का अन्त किया जा सके और अगले वर्ष सीरियाई नागरिक शान्तिपूर्ण ढंग से रमदान मना सकें.